जीवन का संघर्ष
( जीवन में संघर्ष की सच्ची कहानी ) संघर्ष की सच्ची कहानी: प्राचीन समय की बात है, एक शहर में एक व्यक्ति रहता था। जिसका नाम चंदन था। वह अपनी पत्नी और दो लड़का और दो लड़की के साथ रहता था, और वह किसी छोटे-मोटे प्लांट में काम किया करता था। चन्दन और उसकी पत्नी खुशी-खुशी अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। समय का चक्र बीत रहा था, और उनके लड़का लड़की बड़े होते जा रहे थे। जब उसकी बड़ी बेटी कक्षा 5 में पढ़ रही थी। तभी एक दिन स्कूल की छुट्टी के समय जब वह लड़की सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी, तभी पीछे से किसी लड़की से धक्के लगाने पर वह सीढ़ी से नीचे गिर गई, जिसके कारण उसके पैर में चोट आ गई। जब लड़की घर पर लंगरती हुई आई तो उसके पिता ने पूछा: क्या हुआ ? तभी लड़की ने उन्हें पूरी बात बताइए। पिता ने सोचा छोटी मोटी चोट है, और यह सोचकर उसने अपनी बेटी से कहा कि इसे गर्म पानी से सेंक लो ठीक हो जायेगा। कुछ दिन बीतने के बाद लड़की का पैर फूलने लगा और उसे चलने में दिक्कत होने लगी। तभी उसके पिता ने कुछ लोगों की बातें सुनकर किसी एक ओझा को ले आए, जबकि उसे कुछ नहीं आता था, और वह पैर ठीक नहीं कर पाया।